जय जगन्नाथ जय जननी जय हिन्द जय जगन्नाथ जय जननी जय हिन्द
सावन की रिमझिम फुहार, तन पर जब से पड़ी हैं.. सावन की रिमझिम फुहार, तन पर जब से पड़ी हैं..
तेरे ही ख़्वाब तेरे ही ख़यालों में खोया रहता हूँ! तेरे ही ख़्वाब तेरे ही ख़यालों में खोया रहता हूँ!
कुछ समय पहले देखा था उन्हे तबसे खुद को ढूंढ रहा हूँ मैं! कुछ समय पहले देखा था उन्हे तबसे खुद को ढूंढ रहा हूँ मैं!
कि बंद होठों से खुले आँखों का ख्वाब गवाही ना दे... कि बंद होठों से खुले आँखों का ख्वाब गवाही ना दे...
एक मुद्दत बाद, सम्भलें दो दिल, फिर से ढूँढ लेंगे, कहीं बसेरा ! एक मुद्दत बाद, सम्भलें दो दिल, फिर से ढूँढ लेंगे, कहीं बसेरा !